कभी ना हो कांटो का सामना, जिंदगी आपकी खुशियों से भरा रहे, संक्रांति पर हमारी यही दुआ, Wish U Happy Basant Panchami
मीठी बोली, मीठी जुबान, मकरसंक्रांति, का है ये ही, पैगाम |
इस वर्ष की मकर संक्रांति, आपके लिए हो तिल लड्डू जैसी मीठी, मिले कामयाबी पतंग जैसी ऊंची, इसी कामना के साथ हैपी मकर संक्राति |
बंदे हैं हम देश के हम, पर किसका ज़ोर, मकर संक्रांति में उड़े, पतंगें चारों ओर, अपना मांझा खुद, सूतने आज हम, चले छत की ओर, हैप्पी मकर सक्रांति |
विद्रोह कोई क्रांति नहीं है। यह अंततः उस अंत तक , ले जा सकता है। Bhagat Singh
क्रांति में अनिवार्य रूप से , संघर्ष शामिल था। यह बम और पिस्तौल का , मत नहीं था। Bhagat Singh
निष्ठुर आलोचना और स्वतंत्र विचार , यह क्रांतिकारी सोच , के दो अहम् लक्षण हैं। Bhagat Singh
इस संक्रांति में हमें, काम, क्रोध, लोभ, मोह एवं अहंकार जैसे पतंगों को भी काटने चाहिए…